जिमीकंद (सूरन) खाने के बेहतरीन फायदे और नुकसान

Benefits of Yam (Jimikand)

जिमीकंद एक बहुत ही गुणकारी सब्जी है। यह सब्जी जमीन के नीचे उगती है। इसको सूरन के नाम से भी जाना जाता है। जिमीकंद बवासीर से लेकर कैंसर जैसी भयंकर बीमारियों से बचाए रखता है। इसमें फाइबर, विटामिन C,विटामिन B6,विटामिन B1 और फोलिक एसिड होता है। इसके साथ ही इसमे पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस भी पाया जाता है। जिमीकंद का प्रयोग बवासीर, सांस रोग, खांसी और कृमिरोगों के उपचार में किया जाता है। जिन लोगों को लीवर या यकृत में समस्या है, उनके लिए भी जिमीकंद एक वरदान है।

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आजकल बाजार में आम सब्जियों के साथ कुछ ऐसी भी सब्जियां मौजूद होती हैं, जिसके बारे में लोगों को ज्यादा पता नहीं होता। जिमीकंद (सूरन) भी ऐसी ही एक सब्जी है, जिसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। यह एक प्रकार का कंद-मूल है, जिसमें कई तरह के खास पोषक तत्व पाए जाते हैं।

आगे हम आपको बताएँगे कि जिमीकंद को खाने से क्या फायदे होते है

जिमीकंद एक जड़ है, जिसको सब्जी के रूप में खाया जाता है। स्वास्थ्य के लिहाज से इसे प्राकृतिक जड़ी-बूटी भी माना जाता है। दिखने में हाथी के पैर जैसा लगता है, इसलिए इसे एलिफेंट फुट याम भी कहा जाता है। यह अपने आप ही उगता है, लेकिन इसके बहुत सरे गुणों को देखते हुए कुछ सालों से इसकी खेती भी की जाने लगी है।

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जिमीकंद (सूरन) के फायदे – Benefits of Yam (Jimikand)

डायबिटीज में लाभदायक

सूरन डायबिटिक लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद है । जिमीकंद में प्राकृतिक रूप से एलेंटॉइन (Allantoin) नामक केमिकल कंपाउंड पाया जाता है। एलेंटॉइन में एंटी डायबिटिक प्रभाव होते हैं, जो की मधुमेह से ग्रस्त लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। यह इंसुलिस और ग्लूकोज के स्तर को कंट्रोल करके मधुमेह से बचाव में फायदेमंद हो सकता है

कैंसर से बचाव में फायदेमंद

कैंसर से बचाव के लिए सूरन बहुत ही लाभकारी होता है, शोध के मुताबिक, जिमीकंद में मौजूद एलेंटॉइन कंपाउंड कैंसर से बचाव में मददगार हो सकता है। इसके साथ जिमीकंद (ओल) में एल-अर्जिनिन (L-arginine) नामक यौगिक होता है, जो की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कैंसर की रोकथाम में अहम योगदान निभा सकता है, जिमीकंद एंटीऑक्सीडेंट रक्षा प्रणाली में वृद्धि करके और इंफ्लेमेशन प्रक्रिया को कम कर कोलन कैंसर से बचाव कर सकता है , वैसे यह कैंसर का पक्का इलाज नहीं है। यह एक गंभीर स्थिति है, इसके इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

वजन घटाने में

सूरन का उपयोग वजन घटाने के लिए भी किया जाता है। जिमीकंद में एंटी-ओबेसिटी प्रभाव होता है। जिमीकंद में मौजूद फ्लेवोनॉयड कंपाउंड की वजह से इसमें यह एंटी-ओबेसिटी प्रभाव पाया जाता है, जो की मोटापा व चर्बी कम करने में सहायक हो सकता है ।

विटामिन-B6 की कमी को पूरा करने में

सूरन के फायदे में विटामिन-बी6 की कमी को पूरा करना भी शामिल हो सकता है। यह एक बहुत ही जरूरी पोषक तत्व है, इसका सप्लीमेंट चिड़चिड़ेपन और चिंता जैसी समस्या को कम कर सकते हैं

एनीमिया में फायदेमंद

शरीर में आयरन और फोलेट की कमी एनीमिया (खून की कमी) का कारण बनती है। जिमीकंद आयरन के साथ-साथ यह फोलेट से भी समृद्ध होता है अगर शरीर में इन दो खास पोषक तत्वों की पूर्ति इस खाद्य पदार्थ के सेवन से की जा सकती है |

याददाश्त बढ़ने में

जिमीकंद के फायदे मस्तिष्क को भी होते हैं। इसमें डाइओसजेनिन (Diosgenin) नामक एक यौगिक होता है। एक अध्ययन के मुताबिक, यह यौगिक अल्जाइमर रोग (याददाश्त कमजोर होना) में सुधार कर सकता है।

पाचन प्रक्रिया में फायदेमंद

सूरन का प्रयोग हमारे पाचन तंत्र के लिए भी बहुत ही लाभकारी है । जिमीकंद में फाइबर की भरपूर मात्रा पायी जाती है, जो पाचन संबंधी विकार से बचाव में मदद करती है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर करने के साथ ही कब्ज जैसी समस्या से भी निजात दिलाता है।

त्वचा के लिए फायदेमंद

सूरन त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, । जिमीकंद में विटामिन-ए और नियासिन (विटामिन-बी का एक रूप) होता हैं । ये दोनों ही पोषक तत्व हमारी त्वचा को स्वस्थ बनाये रखने में काफी सहायक होते हैं।

बालों के लिए फायदे

जिमीकंद का सेवन हमारे बालों के स्वास्थ्य रखने के लिए भी फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें विटामिन-बी6 पाया जाता है। आपको बता दें की विटामिन-बी6 के सेवन हमारे बालो के लिए काफी सहायक होता है। इसके साथ ही यह एलोपेशिया ग्रस्त लोगों के बाल झड़ने की समस्या को भी यहं कम करता है।

जिमीकंद (सूरन) का उपयोग

आप जिमीकंद का उपयोग अपने खाने में कई तरीकों से कर सकते है।

जिमीकंद (सूरन) की सब्जी बनाकर इसका सेवन कर सकते है।
जिमीकंद को उबालने के बाद उसे कद्दूकस करके पकौड़े भी सकते हैं।
जिमीकंद को चटनी के रूप में भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
जिमीकंद का अचार भी बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
जिमीकंद के चिप्स भी बनाए जा सकते हैं।

जिमीकंद के नुकसान – Side Effects of Yam (Jimikand) in Hindi

आपको बता दें की जिमीकंद के फायदे और नुकसान दोनों ही हो सकते हैं। एक संयमित मात्रा में जिमीकंद खाने के फायदे तो होते हैं, तो दूसरी ओर इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से के नुकसान भी हो सकते हैं

जिमीकंद का ज्यादा सेवन करने से शरीर में एलर्जी का कारण भी बन सकता है।
अधिक मात्रा में इसके सेवन करने से उल्टी हो सकती है।
प्रेगनेंसी में इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले। वैसे इसे प्रेगनेंसी में खाने से बचना चाहिए।
शरीर में रक्त के थक्के भी बना सकता है।
शरीर में प्रोटीन की कमी वालों को इसके इस्तेमाल से बचने की सलाह दी जाती है।

जिमीकंद का उपोग किसे नहीं करना चाहिए –

आयुर्वेद के अनुसार जिमीकंद उन लोगों को नहीं खाना चाहिए, जिनको किसी भी प्रकार का चर्म रोग हो। जिमीकंद ड्राई, कसैला, खुजली करने वाला होता है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

 

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